धर्म प्रचार प्रार्थना करने को नेपाल पहुंचे लोगों के मुंह में कालिख पोत कर भेजा वापस
महराजगंज के ठूठीबारी कस्बे से नेपाल के महेशपुर बस स्टैंड पर दो नेपाली बसों में धर्म प्रचारक भेजे जा रहे थे। नेपाल के हिंदूवादी संगठन ने उन्हें बस से उतारकर हंगामा किया और मुंह पर कालिख पोतकर सीमा पार...
मीडिया जनमत: महराजगंज ठूठीबारी कस्बे से सटे नेपाल के महेशपुर स्थित बस स्टैंड में शनिवार को दो नेपाली नंबर प्लेट की बस में भरकर धर्म प्रचारकों को नेपाल के खैरहनी में विशेष पूजा के लिए कुछ लोग भेज रहे थे। इस बीच इसकी सूचना नेपाल के एक संगठन को मिल गई।
नेपाली संगठन के लोगों ने इन धर्म प्रचारकों को बस से उतार कर हंगामा किया। इन लोगों के मुंह पर कालिख पोतकर बार्डर पार कराकर भारतीय सीमा में भेज दिया। ये लोग जिले के बार्डर क्षेत्र के गांवों के रहने वाले हैं। नेपाल पुलिस ने दोनों बसों को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने सभी का नाम-पता भी नोट कर अपने पास रख लिया है। एक युवक ने बताया देवदह, थाना खैरहनी जनपद रूपनदेही के एक शख्स के कहने पर वे प्रार्थना के लिए जा रहे थे।
भारतीय क्षेत्र के बार्डर से सटे गांवों के लोग एक विशेष धर्म का प्रचार करने के लिए सैकड़ों की संख्या में ठूठीबारी के रास्ते नेपाल में एक-एक करके पहुंच गए। नेपाल के नवलपरासी जिले के महेशपुर कस्बे के बस स्टैंड से दो बसों से इन लोगों को खैरहनी नेपाल में विशेष पूजा में हिस्सा लेने जाना था। ये लोग जैसे ही बसों में बैठना शुरू किए, उसी समय नेपाल के हिन्दूवादी संगठन के लोगों ने इनको बस से बाहर उतार दिया। हंगामा करते हुए इन लोगों को नो मेंस लैंड तक पहुंचा दिया और नारेबाजी करते हुए इन लोगों के मुंह पर कालिख पोतकर बार्डर पार कराया। इसी बीच महेशपुर चौकी की नेपाल पुलिस ने इनका नाम पता नोट करके अपने पास रख लिया। हंगामा के चलते बार्डर पर कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। इस दौरान कालिख लगाने को लेकर दोनों पक्षों में नोंक झोंक भी हुई।
विश्व हिंदू संगठन नेपाल के पदाधिकारियों ने बताया कि शनिवार नौ बजे भारतीय क्षेत्र से ठूठीबारी के रास्ते एक-एक करके करीब सौ की संख्या में महिला पुरुष के साथ कुछ छोटे बच्चों का जमावड़ा महेशपुर के बस पार्क में शुरू हो गया था। उस समय लोगों ने समझा कि ये लोग कहीं जाने वाले यात्री हैं। बाद में पता चला कि उनके द्वारा दो बड़ी नेपाली बस को रिजर्व किया गया है। ये सभी नेपाल के सीमावर्ती गांव में एक धर्म का प्रचार करने जा रहे है। महेशपुर सीमा प्रहरी इंस्पेक्टर गंगादत्त बडु ने बताया कि एक संगठन के लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। सभी का नाम पता नोट कर चेतावनी देने के बाद भेज दिया गया है।
बोदना गांव में विशेष पूजा की रहती है चर्चा ठूठीबारी कोतवाली के बोदना गांव में प्रत्येक शुक्रवार और रविवार को विशेष पूजा नियमित होती है। इसको लेकर क्षेत्र में चर्चा है। यहां क्षेत्र के विभिन्न गांव के लोग जुटते हैं।