किच्छा कोतवाली प्रभारी बनाए जाने के बाद कोतवाल धीरेंद्र कुमार की अवैध नशे पर बड़ी कार्यवाही, अवैध नशे की गोलियां समेत 9 लाख रुपए किए बरामद।
कोतवाल धीरेंद्र कुमार द्वारा अवैध नशे के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की गई है। इस दौरान पुलिस टीम ने 3 नशे के सौदागरों को 2000 से अधिक नशे की गोलियां बेचते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है

किच्छा। किच्छा कोतवाली का प्रभार संभालने के बाद कोतवाल धीरेंद्र कुमार द्वारा अवैध नशे के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की गई है। इस दौरान पुलिस टीम ने 3 नशे के सौदागरों को 2000 से अधिक नशे की गोलियां बेचते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है, साथ ही पुलिस ने तीनों आरोपियों के पास से लगभग 9 लाख रूपए की रकम भी बरामद की है।
मामले का खुलासा करते हुए कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने बताया की आगामी त्यौहारो के अवसर पर आम जनमानस की सुरक्षा को लेकर नशे के विरुद्ध प्रभावी रोकथाम के लिए पुलिस टीम गठित कर लगातार गस्त की जा रही है, की इसी क्रम में पुलिस टीम रेलवे स्टेशन से बंडिया भट्टा की ओर पैदल गश्त कर रही थी कि किच्छा नैनीताल मार्ग पर स्थित बंडिया भट्टा के पास पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई की एक घर में नशे की गोलियों का व्यापार हो रहा है और काफी मात्रा में नशे की गोलियां युवाओं को बेची जा रही है। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए बंडिया भट्टा में जाकर देखा तो उस घर में मौजूद सभी व्यक्ति नशे की गोलियां बेच रहे थे। मौजूद व्यक्तियों की तलाशी ली गई और पूरे घर की तलाशी ली गई तो तीनों आरोपियों के कब्जे से लगभग 2000 नशे की गोलियां और नशे की गोलियों को बेचकर कमाए गए लगभग नौ लाख रुपए बरामद हुए।
पुलिस पूछताछ में बताया कि वह यह नशे की गोलियां गाजियाबाद क्षेत्र में किसी व्यक्ति से लाते हैं। पुलिस द्वारा सुरेंद्र उर्फ रिंकू पुत्र स्वर्गीय कुलवंत सिंह निवासी वार्ड नंबर 5 बंदिया भट्ट किच्छा उधम सिंह नगर, वीरेंद्र सिंह उर्फ काके पुत्र स्वर्गीय कुलवंत सिंह निवासी उपरोक्त, बलजीत कौर उर्फ सिमरन पत्नी सुरेंद्र सिंह उर्फ रिंकू निवासी उपरोक्त को अवैध नशे का व्यापार करते दबोचा गया है, साथ ही इनके पास से लगभग 2000 गोलियां (Alprazolam, Buprenorphine, clonazepam tablet) जो की एनडीपीएस एक्ट में प्रतिबंधित ड्रग है और लगभग नौ लाख रुपए बरामद किए गए है। इस दौरान पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार, वरिष्ठ उप निरीक्षक उमेश कुमार, उपनिरीक्षक ओमप्रकाश नेगी, एसआई नीलम मेहरा, एएसआई जगदीश मेहरा, कांस्टेबल बृजमोहन पोखरिया, देवराज सिंह आदि मौजूद रहे।