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IND vs NZ: “हमने इस सीरीज में कई गलतियां कीं”; रोहित शर्मा ने क्लीन स्वीप के बाद दिया चौंकाने वाला बयान

न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है।

IND vs NZ: न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। भारतीय टीम के लिए यह घरेलू टेस्ट सीरीज किसी बुरे सपने से कम नहीं रही, जिसमें टीम इंडिया ने तीनों मैचों में बहुत खराब प्रदर्शन किया और इस सीरीज में उन्हें क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। यह पहली बार है जब भारतीय टीम को घर पर तीन या उससे अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज में ऐसी हार का सामना करना पड़ा है। मुंबई में खेले गए इस टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में टीम इंडिया को चौथी पारी में 147 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन पूरी टीम सिर्फ 121 रनों पर सिमट गई। इस हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी, जिसमें उन्होंने कहा कि यह हार आसानी से पचने वाली नहीं है।

हमने टीम के रूप में बिल्कुल भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया

मुंबई टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में रोहित शर्मा ने टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम सभी जानते हैं कि टेस्ट मैच या सीरीज हारना कभी आसान नहीं होता। यह हार ऐसी है जिसे आसानी से पचाना मुश्किल होगा। हम इस मैच में भी अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सके और हमें अपनी गलती स्वीकार करनी होगी। न्यूजीलैंड ने हमसे बेहतर खेला और हमने भी कई गलतियां कीं। पहले दो टेस्ट मैचों की पहली पारी में हम अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सके, जिससे हम पीछे रह गए और इस टेस्ट मैच में हमने पहली पारी में थोड़ी बढ़त बनाई और हमें लगा कि हम आगे हैं। यह लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता था लेकिन हमें बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।

अपने बल्लेबाजी प्रदर्शन से निराश हूँ

न्यूजीलैंड के खिलाफ यह टेस्ट सीरीज भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा के लिए एक बल्लेबाज के रूप में भी बहुत खराब रही। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि आप हमेशा बोर्ड पर रन चाहते हैं और यही मेरे मन में चल रहा था। जब आप अपने प्लान के अनुसार बल्लेबाजी नहीं कर पाते हैं, तो बुरा लगता है और मेरे साथ यही हुआ जो कि बहुत निराशाजनक है। पंत और गिल ने अपनी बल्लेबाजी से दिखाया कि इस तरह की पिच पर कैसे बल्लेबाजी करनी चाहिए। हम पिछले 3 से 4 वर्षों से ऐसी पिचों पर खेल रहे हैं और हमें पता है कि कैसे खेलना है, लेकिन इस सीरीज में हम ऐसा करने में पूरी तरह विफल रहे। हमने इस सीरीज में टीम के रूप में बिल्कुल भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और यही हार का सबसे बड़ा कारण भी है।

हमारी गलतियां और न्यूजीलैंड की शानदार तैयारी

इस सीरीज में न्यूजीलैंड ने जिस तरह का खेल दिखाया, उसने भारतीय टीम की कमजोरियों को उजागर कर दिया। न्यूजीलैंड ने न केवल अच्छी गेंदबाजी की बल्कि हमारे बल्लेबाजों को जल्दी आउट करने में भी सफलता हासिल की। इस सीरीज में भारतीय टीम ने अपनी तकनीकी कमजोरियों के चलते कई गलतियां कीं। हमने कई बार खराब शॉट सिलेक्शन किया और साझेदारियाँ बनाने में असफल रहे। वहीं न्यूजीलैंड ने अपनी योजनाओं को पूरी तरह से लागू किया और टीम इंडिया पर दबाव बनाए रखा।

घरेलू पिच पर भी नहीं मिला फायदा

भारतीय टीम की कमजोरी का एक बड़ा कारण यह भी रहा कि वह घरेलू पिच का भी फायदा नहीं उठा सकी। जबकि पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम ने घरेलू मैदानों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। लेकिन इस बार भारतीय बल्लेबाज पिच की स्थिति का ठीक से आकलन नहीं कर पाए। कई बार ऐसा लगा कि भारतीय टीम ने पिच को समझने में गलती की और इसके कारण वह गेंदबाजों का सही तरीके से सामना नहीं कर सकी।

 

भविष्य के लिए सबक

इस सीरीज में मिली हार भारतीय टीम के लिए कई सबक लेकर आई है। टीम इंडिया को अपनी गलतियों से सीखने की जरूरत है और भविष्य में बेहतर तैयारी के साथ उतरने की जरूरत है। कप्तान रोहित शर्मा ने अपने बयान में यह स्पष्ट कर दिया कि टीम को अपनी गलतियों का सामना करना होगा और आगे की सीरीज में उन पर काम करना होगा। भारतीय टीम को यह समझना होगा कि हर मैच में जीत हासिल करना संभव नहीं है, लेकिन हार के बाद उससे सबक लेकर अगले मैच के लिए बेहतर योजना बनाना चाहिए।

अगले कदम

इस हार के बाद भारतीय टीम के पास अपने खेल पर पुनः विचार करने का समय है। इस सीरीज में मिली हार ने यह दिखा दिया कि भारतीय टीम को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में सुधार की जरूरत है। टीम को एकजुट होकर एक नई रणनीति बनानी होगी, ताकि अगली सीरीज में ऐसी गलतियों को दोहराने से बचा जा सके।

 

 

टीम के कोचिंग स्टाफ और कप्तान को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर खिलाड़ी अपनी कमजोरियों पर काम करे और टीम की ताकत को बढ़ाने में योगदान दे। इसके साथ ही भारतीय टीम को अपनी मानसिकता में बदलाव लाने की भी जरूरत है, ताकि वे कठिन परिस्थितियों में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें।

टीम के कोचिंग स्टाफ और कप्तान को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर खिलाड़ी अपनी कमजोरियों पर काम करे और टीम की ताकत को बढ़ाने में योगदान दे। इसके साथ ही भारतीय टीम को अपनी मानसिकता में बदलाव लाने की भी जरूरत है, ताकि वे कठिन परिस्थितियों में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें।

 

न्यूजीलैंड के खिलाफ इस सीरीज में मिली हार भारतीय टीम के लिए एक बड़ा झटका है। यह हार एक चेतावनी के रूप में आई है कि हमें अपनी कमियों पर ध्यान देना होगा और बेहतर खेल की दिशा में काम करना होगा। कप्तान रोहित शर्मा का यह बयान कि “यह हार आसानी से पचने वाली नहीं है” यह दर्शाता है कि टीम को इस हार से बहुत कुछ सीखना है। यदि भारतीय टीम इन सबक को अपनाती है, तो भविष्य में हम एक और मजबूत और सक्षम टीम के रूप में देख सकते हैं जो किसी भी परिस्थिति में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम हो।

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