किच्छा विधायक बेहड़ ने प्रेस वार्ता कर सिरौली कलां को नगरपालिका से अलग कर ग्राम सभा बनाए जाने के मामले में उच्च न्यायालय के रोक का किया स्वागत
किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता करते हुए भाजपा की उत्तराखंड सरकार एवं सिरौली को नगर पालिका से अलग करने के लिए प्रयासरत लोगों पर हमला बोला है।
किच्छा। नगर से सटे गांव सिरौली कला को नगरपालिका से अलग कर ग्राम सभा बनाए जाने के मामले में उच्च न्यायालय के रोक के बाद किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता करते हुए भाजपा की उत्तराखंड सरकार एवं सिरौली को नगर पालिका से अलग करने के लिए प्रयासरत लोगों पर हमला बोला है। उन्होने कहा कि किसी भी वर्ग विशेष के नाम पर विकास को रोकने का अधिकार किसी को नहीं है। वर्ग विशेष के खिलाफ नफरत फैलाना भी कानूनन अपराध है।
उन्होंने कहा कि सिरौली को लेकर कानून ने अपना जो फैसला सुनाया है वह संविधान सम्मत है तथा विद्वान न्यायाधीशों ने कानून के दायरे में रहते हुए तथा कानून का पालन करते हुए जो निर्णय दिया है वह जनहित में है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग क्षेत्र का विकास करना ही नहीं चाहते हैं जिस वजह से सिरौली कला को लेकर के राजनीति खेली जा रही है। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार की अदूरदर्शिता का ही नतीजा है कि है कि पहले सिरौली को नगर पंचायत बनाने का प्रयास किया, फिर किच्छा नगर पालिका का हिस्सा बनाया उसके उपरांत सिरौली कला को ग्राम सभा का दर्जा देने का प्रयास किया जिस पर उच्च न्यायालय द्वारा कानून सम्मत निर्णय दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र का उन्नति होना संविधान की एक प्रक्रिया है जबकि वर्तमान उत्तराखंड सरकार द्वारा उन्नति के बजाय अवनति की ओर सिरौली कला को ले जाया जा रहा था, जिसका असर नगर पालिका की अन्य क्षेत्रों में भी पड़ रहा था।
उन्होंने कहा कि जो लोग सिरौली को कभी नगर पंचायत कभी ग्राम सभा का सपना दिखा रहे थे, वह लोग वास्तव में संपूर्ण नगर पालिका क्षेत्र की जनता के साथ धोखा कर रहे थे। उन्होंने शासन प्रशासन को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब माननीय उच्च न्यायालय द्वारा ग्राम सभा बनाए जाने पर रोक लगा दी गई है और क्षेत्र पुनः नगर पालिका का हिस्सा बन गया है तो सिरौली कला में साफ सफाई व निर्माण कार्य क्यों नहीं कराये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर पालिका क्षेत्र के किसी भी भाग में विकास का ना होना शासन प्रशासन की कमजोरी है। उन्होंने कहा कि जब नगर पालिका किच्छा का विस्तार किया गया उसे समय क्षेत्र के कई हिस्से नगर पालिका में सम्मिलित किए गए जिसमें अधिकांश क्षेत्र कृषि भूमि था जबकि सिरौली कला आबादी क्षेत्र था जो कि नगर पालिका के मध्य में पड़ता था किंतु कुछ लोगों द्वारा विकास को दूर करने के लिए सिरौली को लेकर के वहां की जनता के साथ भ्रमित करने का प्रयास किया है जिसको सिरौली कला की जनता ने ही स्वयं खत्म कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों द्वारा सिरौली कला को ग्राम सभा बनाने को लेकर के दायर याचिकाकर्ताओं को डराने धमकाने का भी प्रयास किया किंतु सिरौली के लोगों द्वारा एकता का परिचय दिखाते हुए धमकियां को दरकिनार करते हुए न्यायालय की शरण में जाकर के न्याय की गुहार लगाई और न्यायालय द्वारा उनकी पीड़ा को सुना गया तथा सरकार द्वारा किए जा रहे असंवैधानिक कार्यों पर रोक लगा दी जा कि किच्छा क्षेत्र की जनता की जीत है। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने जो आदेश पारित किया है वह असत्य पर सत्य की जीत है।