जसपुर : धान, चावल और बारदाना की रकम न मिलने से राइस मिलर्स के सामने आर्थिक संकट गहराने लगा है।उनके विभाग पर करीब 36 करोड़ रुपये अटके हुए है।
विभाग, बजट न होने का रोना रोकर अपना पल्ला झाड़ रहा है। जसपुर क्षेत्र के 50 राइस मिलर्स विभाग पर अटकी रकम को लेकर चितिंत है। मिलर्स ने बताया कि दो वर्ष पहले फोर्टिफाइड चावल सप्लाई किया था। उसका एक करोड़ रूपया बकाया है।
अभी यह रकम मिली भी नहीं थी कि धान, चावल, वारदाना, कुटाई, सुखाई एवं ट्रांसपोर्ट के पांच करोड़ रुपये फंस गये।
विभाग इस रकम को जल्द देने का वादा करता रहा।साथ ही पिछले साल अक्तूबर में कमीशन पर चावल बनवा कर करीब तीस करोड़ रुपये और उधार कर लिए।
राइस मिलर्स एसो. अध्यक्ष मनोज कांबोज ने बताया कि मिलर्स रकम को लेकर कई बार आरएफसी एवं संभागीय वित्त अधिकारी के दफ्तर के चक्कर काट चुके हैं। 36 करोड़ में से एक भी पैसा हाथ में नहीं आया है। अफसर बजट होने पर भुगतान करने की बात कह रहे है।
आरएफसी के बीके फिरमाल को कॉल की तो सोमवार को जानकारी देने की बात कहते हुए कॉल काट दी।